आप सभी अवगत है कि हाल ही में एक वकील साहब ने एक CJI पर जुता मारने का प्रयास किया लेकिन चूक गए... परन्तु इसके बाद कुछ लक्कड़बग्घों ने जो narrative बनाया वो था कि एक दलित पर जूता मारा गया जबकि सच्चाई ये है कि CJI दलित हैं ही नहीं और जिसने जूता मारा वो वास्तव में दलित है.. अब narrative तो ध्वस्त हो गया लेकिन इन जाहिलो की सोच सामने आ गई कि इन्हें दलित , सवर्ण इन सबसे कुछ लेना देना नहीं बस narrative वाली गंदी राजनीति करनी है
जूता जिसपर पड़ा वो नहीं जूता जिसने फेंका वो दलित लेकिन narrative कुछ ओर ही चलाया गया
October 19, 2025
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