जैसे ही खबर आई की इंदौर में ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम की दो महिला खिलाड़ियों के साथ छेड़खानी हुआ तो "खान- ग्रेस" के तमाम नेता सहित पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया की सरकार सुरक्षा व्यवस्था नहीं कर पा रही है । छेड़खानी करने वाले को तुरंत पकड़ा जाए उसे कड़ी से कड़ी सजा दिया जाए
फिर जैसे ही खबर आ गई की छेड़खानी करने वाले का नाम अकील खान है "खान- ग्रेस" के सभी नेता चुप हो गए। विपक्ष का पूरा इकोसिस्टम चुप हो गया और "खान- ग्रेस" के नेता कह रहे हैं कि अरे उसने तो मात्र छेड़खानी किया था उसके लिए उसे इतना मारने की क्या जरूरत थी। इससे समझ आता है कि इन खान ग्रेसिया को कानून व्यवस्था, न्याय व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं इन्ही बस सरकार को कोसना है और जेहादियों को बचाना है

