देश के चीफ जस्टिस गवई का जन्म 1960 में हुआ। 1964 में जब वे 4 वर्ष के थे तो उनके पिता विधायक बन गए और पूरे 30 साल लगातार विधायक रहे। उसके बाद 7 साल सांसद रहे। उसके बाद 3 साल गवर्नर रहे। और चीफ जस्टिस साहब भाषण देते हैं कि उनका बचपन झोपड़पट्टी में बीता है।
अब जरा सोचिए जो व्यक्ति ऐसा मिथ्यभाषण कर सकता है मक्कार राजनेताओं की तरह तो वो व्यक्ति देश की जनता को कैसे न्याय देगा? बाकी मन में हिंदू घृणा कितनी भरी है ये तो अब बताने की जरूरत नहीं है। भारत का खासकर भारतीय हिंदुओं का दुर्भाग्य है कि उनकी आस्था का अपमान खुद देश का सुप्रीम कोर्ट करता है