1.ऐसी गलतियाँ जिन्होंने आधुनिक भारत को आकार दिया और उसे तोड़ दिया,रजनीकांत पुराणिक की पुस्तक नेहरू की 97 बड़ी गलतियाँ पर आधारित...
2. विभाजन: एक सत्ता: भूखा सौदा
नेहरू की प्रधानमंत्री बनने की अधीरता ने विभाजन को जल्दबाजी में स्वीकार कर लिया। माउंटबेटन की जल्दी वापसी की योजना को गति दी गई। नेहरू ने कांग्रेस कार्यसमिति से परामर्श किए बिना ही 3 जून, 1947 को विभाजन पर सहमति जताई। 1 मिलियन लोग मारे गए। 10+ मिलियन विस्थापित हुए। सरदार पटेल ने अंत तक इसका विरोध किया।
3. कश्मीर: एक स्वनिर्मित संकट
अक्टूबर 1947: पाकिस्तान ने कश्मीर पर आक्रमण किया।
भारतीय सेना इसे पुनः प्राप्त कर सकती थी, लेकिन नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम की घोषणा की। 1 जनवरी, 1948: उन्होंने कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र में ले जाकर एक घरेलू मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण किया।
फिर अनुच्छेद 370 आया और अलगाववाद, उग्रवाद और युद्ध की विरासत मिली।
4. पटेल जी की चेतावनियों को बार-बार नज़रअंदाज़ किया
सरदार पटेल कश्मीर को बलपूर्वक और स्थायी रूप से एकीकृत करना चाहते थे। नेहरू ने इसके बजाय शेख अब्दुल्ला पर भरोसा किया। 1953 में, पटेल ने अब्दुल्ला को गिरफ़्तार कर लिया। नेहरू ने उन्हें 1955 में रिहा कर दिया।
👎 अब्दुल्ला पर भरोसा करने की वजह से भारत को 70+ साल तक खून-खराबा सहना पड़ा।
5. 🐍 हिंदी-चीनी भाई भाई: भारत का सबसे बुरा भ्रम
1950: चीन ने तिब्बत पर आक्रमण किया।
1954: नेहरू ने तिब्बत को चीन का हिस्सा माना। भारत ने एक रणनीतिक बफर खो दिया।
फिर 1962 का चीन युद्ध हुआ।
परिणाम: 1,383 भारतीय सैनिक मारे गए।नेहरू टूट गए और कहा, "मेरे साथ विश्वासघात हुआ है।"
6. कोई सेना नहीं, कोई हथियार नहीं: सिर्फ़ भाषण नेहरू के शांति के भ्रम ने हमारी सेनाओं को पंगु बना दिया।
🔸 रक्षा में निवेश करने से इनकार कर दिया।
🔸 सेना के विस्तार को हतोत्साहित किया, इसे "बेकार" कहा।
🔸 पर्वतीय डिवीजनों को हतोत्साहित किया।
7. लाइसेंस राज: आर्थिक गला घोंटना
नेहरू ने केंद्रीय नियोजन के सोवियत मॉडल की नकल की।
लाइसेंस-परमिट-कोटा राज की शुरुआत की जिसने:
🔻 उद्यमशीलता को कुचल दिया
🔻 भ्रष्टाचार पैदा किया
🔻 भारत को एक गरीब, भूखा राष्ट्र बना दिया
जीडीपी वृद्धि: 3.5% प्रति वर्ष। इसे मज़ाक में हिंदू विकास दर कहा जाता था।
8. संयुक्त राष्ट्र की सीट से इनकार: इसे चीन को दे दिया
1955: अमेरिका ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट की पेशकश की। नेहरू ने जवाब दिया: "यह चीन को जाना चाहिए, भारत को नहीं।"
9. तिब्बत: खामोश बिकवाली
भारत के तिब्बत के साथ सदियों से सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक संबंध थे।
नेहरू ने 1954 में इसे छोड़ दिया।
🔻 भारत ने पंचशील समझौते पर हस्ताक्षर किए और तिब्बत पर चीन के दावे को मान्यता दी।
🔕 तिब्बत पर इस चुप्पी की वजह से हमें सीमा तक पहुँच और बौद्ध कूटनीति से हाथ धोना पड़ा।
1962 तक, भारत एक बैठे हुए बत्तख की तरह था।चीन ने हमें आसानी से काट डाला।
10. धर्म पर तुष्टीकरण
🔻 ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के बारे में सरदार पटेल की चिंता को नज़रअंदाज़ किया।
🔻 आदिवासी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के प्रयासों पर कभी कार्रवाई नहीं की।
🔻 समान नागरिक संहिता से इनकार किया, केवल हिंदुओं में सुधार किया गया।
🧾 वास्तव में, हिंदू कोड बिल पारित किए गए; मुस्लिम कानून को छुआ नहीं गया।
11. भारतीय मन का मार्क्सवादी उपनिवेशीकरण
उन्होंने संस्थानों को मार्क्सवादी इतिहासकारों से भर दिया।
🔹 रोमिला थापर
🔹 इरफ़ान हबीब
🔹 बिपिन चंद्र
प्राचीन भारतीय ज्ञान, वेद, संस्कृत और धार्मिक परंपराओं को खारिज कर दिया गया।
नेहरू ने नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता स्थापित की, जो अपराध और हीनता में निहित थी।
12. पहला संशोधन: मुक्त भाषण की मृत्यु
🔔 1951: पहले संशोधन ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कम कर दिया।
किसी को भी "सार्वजनिक अव्यवस्था" के लिए जेल हो सकती थी।
🖊️ हिंदू संतों और आलोचकों सहित असंतुष्टों को दबाने के लिए संविधान में बदलाव किया गया।
13. नेहरू के नेतृत्व में भारत का वैश्विक पतन
1947: 🇮🇳 की अर्थव्यवस्था दक्षिण कोरिया से बेहतर थी।
1964: दक्षिण कोरिया आगे निकल गया।
🔻 भारत गरीब, सहायता पर निर्भर और वैश्विक स्तर पर उपहास का पात्र बना रहा।
🔸 1950 में प्रति व्यक्ति जीडीपी
भारत: $80
दक्षिण कोरिया: $79
🔸 1990 तक:
भारत: $367
दक्षिण कोरिया: $5,800+।
14. वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा
1959 में, नेहरू ने इंदिरा गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया।
यह लोकतंत्र नहीं था। यह राज्याभिषेक था।
🇮🇳 उस कदम से वंशवाद का अभिशाप शुरू हुआ जो आज भी भारतीय राजनीति को परेशान करता है।
15. विज्ञान और विरासत - मज़ाक उड़ाया, विलय नहीं किया
उन्होंने कहा कि भारत का अतीत "अंधविश्वासी" और "गैर-वैज्ञानिक" था।
आयुर्वेद, संस्कृत, प्राचीन तकनीकों का मज़ाक उड़ाया।
इस बात को नज़रअंदाज़ किया:
🔬 ऋषि कणाद ने परमाणुओं की बात की
🛕 सुश्रुत ने शल्य चिकित्सा की
🌌 आर्यभट्ट ने गुरुत्वाकर्षण और सूर्यकेंद्रवाद की बात की.....
16. गोवा की आज़ादी को रोका
1947-1961: गोवा पुर्तगाली नियंत्रण में रहा।
नेहरू ने कोई कार्रवाई नहीं की।
कहा: "भारत को धमकाने की तरह काम नहीं करना चाहिए।"
आखिरकार, 1961 में, सरदार पटेल ने अधिकारियों को प्रेरित करते हुए ऑपरेशन विजय शुरू किया; गोवा को आज़ाद कराया।
17. सारांश:
नेहरू सिर्फ़ एक दोषपूर्ण नेता नहीं थे।
वे भूरे शरीर में एक औपनिवेशिक दिमाग थे।
समाजवाद से ग्रस्त
धर्म को दरकिनार किया
वंशवाद को सशक्त बनाया
रक्षा और सीमाओं को धोखा दिया
शिक्षा को भ्रष्ट किया....
18. इसे फिर से पढ़ें:
उसने कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र को उपहार में दे दिया।
चीन को संयुक्त राष्ट्र की सीट दे दी।
तिब्बत को गिरने दिया।
भारतीय अर्थव्यवस्था को कुचल दिया।
हिंदू जड़ों का मजाक उड़ाया।
वंशवाद की राजनीति शुरू की।
और किताबों और इमारतों में अपनी प्रशंसा लिखी।