1. आत्मनिर्भरता – भारत अपनी ज़रूरतों के लिए विदेशी देशों पर निर्भर न रहे।
2. राष्ट्रीय सुरक्षा – विदेशी निर्भरता कम करने से रणनीतिक खतरे घटते हैं।
3. रोज़गार सृजन – स्थानीय उद्योग और छोटे व्यवसाय बढ़ते हैं।
4. सांस्कृतिक पहचान – भारतीय परंपरा, योग और आयुर्वेद को बढ़ावा मिलता है।
5. आर्थिक विकास – पैसा भारत में ही घूमे, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो।
संक्षेप में: स्वदेशी = सुरक्षा + रोजगार + संस्कृति + विकास + आत्मनिर्भरता।
हमारा कहना है कि स्वदेशी के साथ-साथ इस बात पर भी ध्यान दें कि वह स्वदेशी भी राष्ट्रभक्त होने चाहिए जिन्हें भारत माता की जय और वंदे मातरम से कोई परेशानी। बाहों। ... केवल स्वदेशी नहीं.. स्वधर्मी स्वदेशी
#आत्मनिर्भर_भारत 🇮🇳