कोई भी सभ्य व्यक्ति या सभ्य समाज लिविंग जैसी घटिया को प्रथा का समर्थन नहीं करेगा लेकिन इसका विरोध ना करना भी समर्थन है इसलिए समाज उठे एकजुट हो और ऐसी घटिया प्रथा का अभिलंब पुरजोर विरोध करें अन्यथा देश में जगह-जगह वेश्यालय ही वेश्यालय नजर आएंगे
आज हमारा संत समाज खुलकर हमारे समाज में आई कुरीतियों का पुरजोर विरोध कर रहा है ऐसे में समाज के लिए जरूरी है कि वह अपने संतों के साथ खड़ा हो जाए और जो दुरात्मा हमारे संतो के अच्छी बातों का विरोध उत्तरकों से करें उन्हें उचित भाषा में जवाब दे आखिर कब तक हम डिफेंसिव बनने के चक्कर में बर्बाद होते रहे हमें अपने धर्म अपने संस्कृति और सामाजिक मूल्यों की रक्षा के लिए अटैकिंग मोड में आना होगा
जय श्रीराम
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