यह घटना उन लोगों के लिए ध्यान देने लायक है जो लगातार भाईचारे की पिंपनी बजाते रहते हैं जिन्हें लगता है की विशेष समुदाय के लोग हिंदुओं को पसंद करते हैं और उनके साथ भाईचारा निभाना चाहिए👇देखिए कैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदुओं को प्रताड़ित करते है जेहादी
हिंदुओं को भाईचारे के शिगूफे से बाहर निकलना चाहिए और अपने भविष्य को लेकर गंभीर होना चाहिए , क्योंकि यदि वो भी भविष्य में अल्पसंख्यक हुए तो या तो इस्लाम अपनाना पड़ेगा या जेहादियों का शिकार बनना पड़ेगा..