अक्सर हम देखते हैं कि हिंदू बच्चियों लव जिहाद के जाल में फसती है और बर्बाद हो जाती है और ऐसे मामलों को देखकर हम केवल जिहादियों को दोष देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं लेकिन केवल जहदी इस प्रकार का काम कर रहे हैं और हिंदू बच्चियों केवल जिहादियों के प्रेम जाल में फंस रही है यह पूरी सच्चाई नहीं है... स्कूलों और कॉलेज में यदि आप ध्यान देंगे तो बहुत सी लड़कियां लड़कों के प्रेम जाल में फंसकर अपनी सील भांग करवा चुकी होती है कईयों के बैग में आपको गर्भ निरोधक गोलियां भी मिल जाएगी आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?.. यही बात प्रेमानंद जी ने बोल दी तो कईयों कि सुलग गई.. लेकिन उन्होंने अक्षसह सच कहा है
दुर्भाग्यपूर्ण है परंतु सच यह है कि हिंदू लड़कियों की बर्बादी के जिम्मेदार उनके वह नालायक माता-पिता ही हैं जो उन्हें उचित धर्म ज्ञान और संस्कार नहीं दे पाते उल्टा उन्हें आधुनिक बनाने के चक्कर में रीलबाजी सिखाते हैं उन्हें मोबाइल हाथ में पकड़ाकर कर जिहादियों की भेंट चढ़ाते हैं और वह नहीं ध्यान देते कि उनकी बच्चियों स्कूल या कॉलेज जा रही है या कुछ और कर रही है। साथ ही हिंदू अपनी बच्चियों के विवाह पर भी ध्यान नहीं देता उनकी उम्र बीत जाने के बाद उनका विवाह करने पर विचार करता है और शारीरिक संरचना के अनुरूप बच्चियां एक समय में बहक जाती हैं और इसी का फायदा उठाते हैं मनचले लड़के चाहे वह किसी भी मत, पंथ , मजहब के हों...