TOI यानी टाइम्स ऑफ इंडिया कथित रूप से एक बड़ा हु प्रतिष्ठित खबरिया है लेकिन ये खबरिया कब खबरिया दलाल बन जाते हैं ये पता ही नहीं चलता। यदि इतना बड़ा चैनल/ पेपर भी ऐसे गलत खबरें चलाता है तो कैसे लोग खबरों पर भरोसा करेंगे? आजकल खबरिया चैनल, पेपर आदि से अधिक तो कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की खबरें सही होती है
टाइम्स ऑफ इंडिया अपने BJP को घेरने के उद्देश्य से col qureshi और wg cdr vyomika जी के नाम से बड़े बड़े अक्षरों में गलत खबर चलाई और फिर जब BJP ने इसका खंडन कर फटकार लगाई तो माफी मांगी लेकिन माफी भी किसी कोने में दुबके हुए छोटे से पेपर पर। यानी झूठ छापने के लिए इनके पेपर में काफी जगह थी पर सच बताने के लिए जगह ही नहीं बची...देशवासी इन खबरिया दलालों से सावधान रहें..