दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि रानी लक्ष्मी बाई, हाडा रानी, पन्ना धाय, जीजाबाई, ताराबाई, अहिल्याबाई ऐसी महान वीरांगनाओं के देश में अब हिंदू बच्चियां कायर होती जा रही है और जेहादियों को उनकी औकात दिखाने की बजाय खुद आत्महत्या कर रही है। यदि हिंदू अपनी बच्चियों को पारियां बनाने की मूर्खता नहीं छोड़ेंगे तो ऐसा ही होता रहेगा
अमन शेख एक जेहादी जिसमें एक हिंदू बच्ची को अपने जेहादी एजेंड एके टारगेट किया और इतना प्रताड़ित किया और धमकी दी कि उस बच्ची ने अपनी जिंदगी का अंत कर लिया। ना ... केवल जेहादी को दोष देकर या गलियां देकर इति श्री मत कर लेना हिंदुओं अपितु सोचो कि कमी कहां है ? आखिर क्यों हिंदू बेटियों इन जेहादियों की शिकार हो जाती है? आखिर क्यों हिंदू बच्चियां हमारी वीरांगनाओं की तरह इन दूषित Dna की पैदाइशों को उनकी औकात नहीं दिखा पा रही?? विचार करो हिंदुओं और बच्चियों को नचनिया, पारियां, आधुनिक गुलछरियां बनाने की बजाय शेरनी बनाओ जो बुरी नजर उठाने वाले की आँखें निकलकर गोटियां खेले