दुनिया के किसी कोने में किसी धर्म के अनुयायियों से ऐसी बातें आप नहीं सुनेंगे और यहाँ कश्मीर, पाकिस्तान, बांग्लादेश हर जगह एक ही राग । इसे सुन कर भी इन्हें अंधा समर्थन दे सकते हैं तो आप सेकुलर और लिबरल है वरना आप नफ़रती, संघी, हिंदुत्व के आतंकवादी हैं🤷
इनके अपने समाज से कोई सामने नहीं आता ऐसी बातों को ख़ारिज करने के लिये और जिनके लिए ये कहा जा रहा है वहीं कूद-कूदकर बताएँगे की इन छिटपुट बातों पर ध्यान मत दो। ऐसे अनेकों जेहादियों के अकाउंट आपको मिल जाएंगे जो दिन रात ऐसी ही नफरत बताते रहते हैं लेकिन दुर्भाग्य के इस मानसिकता का माझा बी क्या है आज तक किसी ने बोलने की हिम्मत नहीं दिखाई।