तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया तो राष्ट्र और राष्ट्रप्रेमियों ने तुर्क का एक स्वर में विरोध तथा बहिष्कार किया लेकिन जरूरी है कि केवल तुर्क नहीं अपितु पूरी तुर्की मानसिकता(जेहादी, आतंकी) का बहिष्कार हो... देश के बाहर भी और भीतर भी
पूरे देश के हर राष्ट्रवादी को संकल्पित होकर हर राष्ट्र और धर्मद्रोही का बहिष्कार करना और करवाना चाहिए .. तभी सब कुछ ठीक होगा