सोफिया कुरैशी जिनको पूरा देश बहुत सम्मान से जानता है लेकिन कुछ लोग उनकी अच्छाई का प्रयोग अब एक पूरी कौम को ग्लोरिफाई करने के लिए कर रहे हैं। जिन लोगों को कभी आतंकवादियों का मजहब पता नहीं चला उन्होंने सेना के एक अफसर का मजहब खोज निकाला। जो लोग कटवा जैसे कांड पर पूरे हिंदू समाज को निशाना बनाने लगते हैं वह आज सोफिया कुरैशी जी के नाम के पीछे छुपकर पूरे मुस्लिम समुदाय को ग्लोरिफाई कर रहे हैं। हिंदुओं को इस दोगलेपन को समझना होगा ताकि वह उनके चक्करों में न फंसे क्योंकि सोफिया कुरेशी तो करोड़ों में एक होती है.....
अब इस दोगले शिखर धवन को ही देख लो जो बात यूनिटी की कर रहे हैं लेकिन सलाम केवल मुसलमान के लिए...! इन दोगलो की समस्या यह है कि अगर कोई एक हिंदू गलत दिख जाता है तो इन्हें भगवा आतंकवाद समझ में आ जाता है लेकिन अनेकों अनेक आतंकवादियों के मुस्लिम होने के बाद भी इन्हें आतंकवाद का मजहब नहीं पता चला लेकिन सोफिया कुरैशी को देखते ही इन्हें पुरी कौम देशभक्त नजर आने लगी...