बाबासाहेब ने कहा था कि "मुसलमान कभी देशभक्त नहीं हो सकते। भारत में पाकिस्तान समर्थकों की एक बहुत बड़ी आबादी है.. भारत में रहने वाली एक कट्टरपंथी मानसिकता कहने को तो भारतीय है लेकिन उनके दिल में पाकिस्तान बसता है.अब एक अलग तरह का मामला देखिए...यह कट्टरपंथी लंदन में रहता है.. भारतीय मूल का है लेकिन इसका स्पष्ट तौर पर कहना है कि मैं भारत में पैदा हुआ हूँ...मैं भारत में पला-बढ़ा हूं लेकिन मैं एक मु स्लिम होने के नाते पाकिस्तान का समर्थन करता हूँ.
यह है मजहबी कट्टरपंथ का असली चेहरा..हमारे आस-पास लाखों करोड़ों जोंबी हैं.. वे भारत में पैदा हुए, भारत में पले-बढ़े लेकिन समर्थन जिहादी मुल्क का करते हैं। वहीं दूसरी तरफ सेकुलरिज्म की अफीम के नशे में डूबे हुए सेक्युलर हिं दू कु त्ते गंगा जमुना तहजीब और पता नहीं किस-किस तरह भाईचारे की बात करते रहते हैं..इनका एजेंडा एकदम स्पष्ट है लेकिन दो ग ले हिं दुओं को यह बात समझ में नहीं आती..