पहलगाम में हिंदू टूरिस्ट बुलाने के लिए Z प्लस सिक्योरिटी में उमर अब्दुल्ला साइकिल चला रहे हैं। उमर अब्दुल्ला को कलमा पढ़ने की भी जरूरत नहीं है और उमर अब्दुल्ला को Z प्लस सिक्योरिटी है। उमर अब्दुल्ला को हिंदू टूरिस्ट चाहिए लेकिन जो कश्मीर घाटी छोड़कर विस्थापित हिंदू है वह वापस कश्मीर में नहीं चाहिए या शेष भारत के दूसरे हिंदू अगर कश्मीर में रहना चाहे वह नहीं चाहिए बस हिंदू दो चार 10 दिन के लिए आए पैसे खर्च करें और वापस चला जाए
हिंदुओं को बेवकूफ बनाना है या समझदार इसका निर्णय करना होगा, कश्मीर में आतंकवाद होता है जिसने आतंकी भले ही बाहर के होते हों लेकिन उनके मददगार अन्दर के ही होते है जिन में से कुछ आज हिंदुओं को कश्मीर में आकर घूमने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं..