हम अपने शरिया के कानून को नहीं छोड़ सकते, चाहे जान रहे या ना रहे... बाकी कानून को हम नहीं मानेंगे... यह शब्द इस वीडियो में एक मुस्लिम व्यक्ति के हैं। यह कोई पहला व्यक्ति नहीं और ना ही ऐसा पहली बार कहा गया है कि उनके लिए भारत के कानून से बढ़कर इनका शरीयत कानून है... पहले भी कई लोगों ने यह बात स्वीकार की है कि उनके लिए संविधान और भारत के कानून से बढ़कर इनकी कुरान है
वैसे अपने धर्म को सर्वोपरि यानी सबसे ऊपर रखना कोई गलत बात नहीं है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप जिस देश में रह रहे हो या जिस समाज में रह रहे हो उसके कानून को नजरअंदाज करें। हम सभी जानते हैं कि किस प्रकार एक मानसिकता भारत के कानून को और संविधान को ठेंगा दिखाकर भीड़ तंत्र के माध्यम से इस देश के लिए खतरा तैयार कर रही है। लेकिन दुर्भाग्य की इस बात का विरोध ना तो सरकार और प्रशासन कर पाती है और ना ही बहुत संख्यक हिंदू