मोदी जी ने कर्नाटक महाराष्ट्र और तमिलनाडु के भाषा वीरों को अपने स्टाइल से तमाचा मारा । मोदी जी ने गुजरात में गुजराती में कहा कि मुझे आज हिंदी में भाषण करना है क्योंकि दूसरे राज्यों के कई लोग गुजरात में रहते हैं उनको मेरा भाषण समझ में आना चाहिए फिर पब्लिक कहती हैं जरूर । फिर मोदी जी कहते हैं यह गुजरात है यहां सबका स्वागत है यहां आप हिंदी क्या कोई भी भाषा बोल सकते हैं पब्लिक कहती है जरूर बोल सकते हैं...
मतलब मोदी जी ने कांग्रेस और भाषा वीरो को एक तरह से आईना दिखाया जो हिंदुओं को भाषा के आधार पर तोड़ना चाहती है। हिंदुओं को ऐसे विभाजनकारी नेताओं के जाल में फंसने से बचना चाहिए जो भाषा के नाम पर उद्दंड मचाते हैं