समझिए आखिर क्यों हिंदू पुरुष वर्ग दोषी है इस हिंदू महिलाओं के साथ बढ़ते जेहाद आदि के लिए
पिता , भाई , पति - क्या हैं इन रिश्तों के मायने और क्या आज ये अपनी जवाबदेही निभा ला रहे है?
आज हिंदी बेटियों, महिलाओं के साथ लगातार जेहाद हो रहा है, जेहाद ट्रैप में उन्हें फंसाया जा रहा है तो क्या इसके दोषी जेहादी है? क्या पिता , भाई , पति जिन्हें बेटी, पत्नी बहन का संरक्षक माना जाता है वो दोषी हैं.. विचार कीजिए.... गंभीरता से विचार कीजिए
जेहादी अपना काम कर रहे हैं जो उन्हें करना है लेकिन पिता , भाई , पति अपना कर्तव्य ठीक से नहीं निभा पा रहे, समाज में अपने आप को मॉडर्न दिखने के चक्कर में अपनी बहन, बेटी, पत्नी को जमकर आजादी दे रहे हैं और आजादी भी वो जो जेहादी चाहते है जिसके कारण वो सब इन जेहादियों की शिकार होती है.. इसलिए हमारे में में असली दोषी वो हैं जो अपना कर्तव्य सही ढंग से नहीं निभा रहे "पिता , भाई , पति"। अपनी बहन, बेटी और पत्नी को खूब प्यार दो, आजादी दो लेकिन अपने संरक्षक होने का कर्तव्य निभाओ मूर्खों.. वर्ना जिन्हें तुम जबरदस्ती की आजादी दे रहे हो वो बर्बाद हो जाएंगी जिसके दोषी तुम खुद कहलाओगे.....
ध्यान दो की आपकी बेटी, पत्नी , मां, बहन किसी जेहादी / जेहादान के संपर्क में तो नहीं है , उन्हें जेहादी मानसिकता से ढंग से परिचित कराओ अनेकों जेहादियों के उदाहरण है वो उन्हें दिखाओ लगातार दिखाओ ताकि वो सतर्क रहें.. डॉक्टर, जीम ट्रेनर, स्कूल या ट्यूशन टीचर, वकील, कब ड्राइवर , इलेक्ट्रीशियन , प्लंबर, आपका कोई एम्पलाई यदि जेहादी मानसिकता का हुआ तो हो सकता है आपको पछताना पड़े
आपकी बहन, बेटी, पत्नी यदि सोशल मीडिया प्रयोग करती है तो उनके सोशल मीडियो फ्रेंड्स लिए को समय समय पर देखो... बहन बेटी ,पत्नी सबसे प्रेम पूर्वक रहो ताकि वो सबकुछ आपसे खुलकर शेयर करें... संरक्षक का अर्थ ये नहीं कि अकड़ में रहो अपितु उन्हें ऐसा फील कराओ कि वो आपके साथ पूरी तरह सुरक्षित हैं...कई बात रिश्तों में खटास भी जेहाद को जन्म देती हैं
जागो हिंदू पुरुषों तुम्हारी महिलाएं जेहादियों के निशाने पर हैं... सुनियोजित जेहाद तेजी से आगे बढ़ रहा है.. उनकी सफलता आपका विनाश है.. संपूर्ण विनाश...