जेहादियों , आतंकियों की हिम्मत लगातार बढ़ती जा रही है क्योंकि उनकी फंडिंग नहीं रुक रही। यदि जेहादी और आतंकवाद को रोकना है तो इनका अर्थतंत्र बिगाड़ना होगा और उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण सिद्ध होगा हिंदुओं द्वारा सामूहिक रूप से इस जेहादी/ आतंकी मानसिकता का पूर्ण बहिष्कार
इतना सब देखने के बाद, इतना समझने के बाद भी यदि हिंदू इस जेहादी मानसिकता का बहिष्कार नहीं करते है तो उसके दुष्परिणाम उन्हें और उनकी पीढ़ियों को भुगतने होंगे जिसके दोषी जेहादी नहीं अपितु खुद हिंदू ही होंगे। अपनी बहन बेटियों की अस्मिता, अपने बच्चों की जिंदगी बचनी है तो तुरंत प्रभाव से हर हाल में इस जेहादी मानसिकता का बहिष्कार करना ही होगा।