#बंगाल #मुर्शिदाबाद हिंसा में मरने वाले हरगोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास दलित हैं। धूलियान के घोष मोहल्ले में जिनको TMC नेता ने अपनी गाड़ी से धक्का देकर घायल किया वो बिहार से आकर बसने वाले यादव जी है जिस शख्स की दुकान जल रही है वो पंजाबी (सिख) हैं। घोष मोहल्ले में जिस औरत की अस्मत लुटी, वो ब्राह्मण हैं। और जो दुकान खादिम लिखी हुई नहीं जल रही है वह उनकी खुद की है वो कहां फ़र्क करते हैं?
स्थानीय लोग बताते हैं कि वो "मुर्शिदाबाद बनेगा पाकिस्तान" के नारे लगा रहे थे। आप ही बताइए, पाकिस्तान में कहां हिंदुओं में जाति के नाम पर भेदभाव है? बामियान की बुद्ध की मूर्ति टूटना हमारे यहां "दलित" या "बौद्ध" का विषय होता, उनके यहां "काफ़िर" का विषय है।
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