हां, दीवार पर गोबर लगाने से कमरा ठंडा हो सकता है। गोबर एक प्राकृतिक इन्सुलेटर है, जो गर्मी को कम करता है और तापमान को नियंत्रित करता है। यह खासकर गर्म जलवायु में प्रभावी है, क्योंकि इसकी तापीय चालकता कम होती है। परंपरागत रूप से, भारत में गोबर को दीवारों पर प्लास्टर के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह गर्मियों में ठंडक और सर्दियों में गर्मी देता है।
वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, गोबर में सेल्यूलोज रेशे होते हैं, जो इसे बेहतर इन्सुलेटर बनाते हैं। हालांकि, प्रभाव दीवार की मोटाई और लगाने के तरीके पर निर्भर करता है। आधुनिक वेदिक प्लास्टर जैसे उत्पाद भी गोबर का उपयोग करते हैं, जो ऊर्जा बचत में मदद करते हैं।
गोबर गाय का ही होना चाहिए या भैंस का भी चलेगा ? और सीमेंट की दीवार(गांवों में मिट्टी की दीवार पर गोबर लगाते थे) पर अंदर से गोबर लीपना संहि होगा या बाहर से ग्रीन नेट लगा दिया जाए ताकि धूप ही ज्यादा न लगे ? कौन सा उपाय संहि है?
गाय का गोबर पारंपरिक रूप से दीवारों के लिए बेहतर है, क्योंकि इसके इन्सुलेशन गुण अच्छे हैं और यह ज्यादा अध्ययन किया गया है। भैंस का गोबर भी काम कर सकता है, लेकिन यह कम प्रचलित है। सीमेंट की दीवार पर अंदर से गोबर-आधारित प्लास्टर, जैसे वैदिक प्लास्टर, लगाना इन्सुलेशन देता है। बाहर ग्रीन नेट लगाना धूप कम करने के लिए ज्यादा प्रभावी है। दोनों का संयोजन सबसे अच्छा है, लेकिन गर्मी कम करने के लिए ग्रीन नेट बाहर लगाना बेहतर है।