तस्लीमा नसरीन के विचार जिनसे कौन सहमत होगा या कौन नहीं ये सब के विचार हो सकते हैं लेकिन वर्तमान परिदृश्य क्या कहता है वो विचारणीय है.. तस्लीमा नसरीन हो अपने तथ्यात्मक विचारों के कारण ही अपनी जन्मभूमि छोड़ने पड़ी और अब डर के साए में जीने को मजबूर है क्योंकि वो शांतिप्रिय लोगों की शांति की सच्चाई दिखाती है ..👇पढ़िए और शेयर कीजिए .. शेयर करना जरूरी है
जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, आतंकवाद जीवित रहेगा।
जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, गैर-मुसलमानों को कोई सुरक्षा नहीं मिलेगी, स्वतंत्र विचारकों और तर्कवादियों को कोई सुरक्षा नहीं मिलेगी, महिलाओं को कोई सुरक्षा नहीं मिलेगी।
जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, फूल मुरझाते रहेंगे, बच्चे मरते रहेंगे, लाखों मरे हुए कबूतर बारिश की तरह गिरते रहेंगे।
इस्लाम की कोख से नफरत पैदा होती रहेगी, कुरूप राक्षस पैदा होते रहेंगे।
जब तक इस्लाम जीवित रहेगा, कोई भी राज्य, कोई भी राज्य सभ्य नहीं बनेगा, विश्व सभ्य नहीं बनेगा।
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तस्लीमा की ओरिजिनल इंग्लिश पोस्ट जिसे गूगल कीबोर्ड की सहायता से हिन्दी में कन्वर्ट किया गया है
https://x.com/taslimanasreen/status/1914754844486680868?t=IRlVwdb7qxWxq9NhIBnQeQ&s=19