अगर तुकाराम ओम्बले जी ने कसाब को जिंदा नहीं पकड़ा होता तो आज कांग्रेस सरकार पूरे भारत में 300 से ज्यादा हिंदुओं को मुंबई बम ब्लास्ट केस में शामिल होने का फर्जी मुकदमा बनाकर जेल में ठूँस देती। ठीक उसी तरह से जैसे कांग्रेस सरकार ने एमएन दिनेश,, डीजे बंजारा सहित 11 आईपीएस और 20 अन्य पुलिस अधिकारियों को फर्जी केस में 10 साल तक जेल में सड़ा दिया था सिर्फ यह साबित करने के लिए की हिन्दू लोग मुसलमानो पर जुल्म कर रहे हैं।
वह तो तुकाराम ओम्बले ने अपने प्राणों की आहुति देकर कसाब को जिंदा पकड़ा और कांग्रेस की पूरी योजना का पोल खुल गया वरना हमले के 10 दिन के बाद ही दिग्विजय सिंह एक किताब का विमोचन करते हैं कि 26/11 RSS की साजिश थी और बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके दिग्विजय सिंह कहते थे कि इसमें कोई भी पाकिस्तानी आतंकी शामिल नहीं है.....यह हमले का मास्टरमाइंड अशोक सिंघल है और आरएसएस के लोगों ने 26/11 को अंजाम दिया, इसीलिए हम बार-बार कहते है कि जो भी हिंदू कांग्रेस के साथ है या कांग्रेस को वोट देता है उसे एक बार गहनता से विचार जरूर करना चाहिए