ये केरल के एक दुकानदार मोहम्मद साजिद कुथिरुम्मल हैं, जो ISIS में शामिल हुए और 2020 में ...काबुल, अफगानिस्तान में गुरुद्वारा पर हमले में आत्म घाती हम लावरों में से एक बन ke गए थे।हमले में 25 सिख तीर्थयात्रियों की मौत हुई थीISIS ने अब उसे अपनी पत्रिका में एक धार्मिक योद्धा के रूप में प्रदर्शित किया है।
ये सच्चाई इस बात को समझने के लिए काफी है कि ये मानसिकता क्या चाहती है, कैसे एक हत्यारा एक योद्धा के रूप में प्रदर्शित कर दिया जाता है। अब काफिर तो काफिर ही है और काफिरों का बस अंत ही इस मानसिकता का ध्येय है... इन्हें जैसे ही मौका मिलेगा ये मजहबी योद्धा बनने के लिए निकल पड़ेंगे
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