गर्मी बहोत बढ गयी है. किसी भी प्रकार का ज्यूस या लिंबू सरबत पिते हो तो थोडा विचार किजीये, कारण ये लोग कभी भी सुधरने वाले नही है. वैसे सुधारने वाले तो हिंदू भी नहीं है और जहां मर्जी खा पीकर इनकी गंदगी की दुकान चलवाते रहेंगे 👇गाजियाबाद की जूस में मूत की घटना
ऐसे ना जाने कितने ही कांड सामने आ चुके है लेकिन महान हिंदुओं को कोई फरक नहीं पड़ रहा वो इस जेहादी मानसिकता का बहिष्कार तक नहीं कर पा रहे। हो सकता है कुछ को तो इनके थूंक और मूत का स्वाद ही पसंद आता हो। सुधार जाओ हिंदुओं और इस जेहादी मानसिकता को पहचान इसके बहिष्कार का संकल्प लो