महापर्व महाकुम्भ में अब तक 50 करोड़ सनातनियों ने डुबकी लगाई है। भारत की कुल जनसंख्या 143 करोड़ है और भारत में हिंदुओं की जनसंख्या 110 करोड़ है। महाकुंभ को लेकर पिशाचों ने खून भ्रम फैलाया, खूब घृणा फैलाई , यह तक लाशों पर राजनीति भी की लेकिन हिंदू आस्था ने इन पिशाचों को उनकी औकात दिखा दी। कुछ लोग तो अपना आपा खोकर अब महाकुंभ को महामारी और डुबकी लगाने वाले भक्तों को जाहिल बोलने लगे हैं।
"महापर्व" महाकुंभ ने एक ऐसा इतिहास रचा है जो शायद ही कोई और रच सकेगा। महाकुंभ एक तरह से हिंदू धर्म की परंपराओं आदि को अंधविश्वास कहने वालों के मुंह पर करारा तमाचा है और हिंदुओं के जातियों में बांटने का प्रयास करने वालों के एजेंडों का अंत है