महाकुंभ मेला परिसर में लगी आग मानवीय चूक का नतीजा है। कैंप के कुछ हिस्से में ही आग लगी थी। मेला प्रशासन को जानकारी मिलते ही उसने अपनी त्वरित कार्रवाई और तत्परता से आग पर काबू पा लिया है।सबकुछ पूर्व की तरह सामान्य है। मेला प्रशासन के कुशल प्रबंधन ने बड़ी अनहोनी से बचा लिया है। मेला प्रशासन और फायर ब्रिगेड बधाई के पात्र हैं।
ये आग एक मानवीय चूक थी और इतने बड़े प्रबंधन में ऐसी घटनाएं आम बात है लेकिन कुछ गिद्ध जो इस महाकुंभ से चिढ़े हुए हैं वो ऐसा दिखा रहे हैं मानो उन्हें इस आग से बड़ा भरी दुख हुआ है लेकिन वास्तव में उन्हें दुख इस बात का है कि बाबाजी की व्यवस्था ने इस दुर्घटना को कंट्रोल कर लिया।
महाकुंभ मेला डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा, “गीता प्रेस के टेंट में आग लग गई। किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। आग से हुए नुकसान का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है। आग पर काबू पा लिया गया है। यह जाँच का विषय है (आग की घटना के पीछे का कारण)। केवल टेंट और कुछ चीजें जली हैं।”