भारत की प्रतिव्यक्ति आय 2800 डॉलर है, यदि 5% टॉप अमीर हटा दे तों ये 1200 डॉलर के आसपास रह जायेगी यानि देश की 95% जनता अफ्रीका से भी गरीब रह जायेगी।इसे नकारात्मक ढंग से सोचा जाए तों ये 5% हमारे दुश्मन हुए या सरकार ही हमारी दुश्मन हुई, लेकिन यदि प्रश्न ही पलट दे तों?
भारत से इन 5% को निकाल दो या फिर इन्हे बर्बाद कर दो तों भारत की स्थिति क्या होंगी? 140 करोड़ की आबादी वाला युगांडा या सोमालिया? लोग एक दूसरे को मार रहे होंगे, सड़के कसाईं घर मे बदल चुकी होंगी।अब आप सोचिये हमारे दिमाग़ मे ज़ब इन 5% के खिलाफ नफ़रत भरी जाती है तों नफ़रत भरने वाले इस देश को किस तरफ ले जाना चाहते है? 1917 की रुसी क्रांति आप पढोगे तों समझ जाओगे कि ये क्या चाहते है।
अमेरिका ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान जॉर्ज सोरोस को दिया है, वो सोरोस जिसने खुलकर कहा था कि मैं राइट विंग के खिलाफ हुँ। वो सोरोस जिसने बैंक ऑफ़ इंग्लैंड समेत कई देशो तक को बर्बाद किया है।
सोरोस की सबसे बड़ी ताकत थी कि उसने दुनिया भर के मीडिया हॉउस को खरीद रखा था। लेकिन सिर्फ एक भारतीय मीडिया था जहाँ वो ये दौड़ बीजेपी से हार गया। पूरे भारतीय मीडिया मे एक NDTV रह गया था जो बहुत वामपंथी था।
लेकिन NDTV को गौतम अडानी ने खरीद लिया और यही से गौतम अडानी जॉर्ज सोरोस के रडार पर आ गए। उनका NDTV खरीदना हुआ कि हिंडनबर्ग की तलवार चल गयी। उससे पहले आपने कभी राहुल गाँधी को अडानी पर हमला करते नहीं देखा होगा लेकिन फिर राहुल गाँधी को भी एक्टिवेट किया गया।
झारखंड सरकार ने भी ऊर्जा प्रोजेक्टस अडानी को सौपे, अब आप बताइये कि अडानी नहीं तों किसे सौपते? आप और हम तों नहीं ले सकते... जाहिर है ये किसी कोरियन या जापानी कम्पनी को जाते, भारत का व्यापारिक घाटा होता।
लेकिन ये तथ्य बताने की जगह आपको भड़काया जाता है, आपके अवचेतन मन मे भारतीय उद्योगपतियों के लिये नफ़रत भरी जाती है। ध्रुव राठी जैसा अफवाह फैलाने वाला यूट्यूबर खड़ा किया जाता है जो बांग्लादेश तक को विकास का प्रतीक बोलता था।
इनफार्मेशन वार बहुत बड़ी चीज होती है। जॉर्ज सोरोस की कुल सम्पत्ति 6 अरब डॉलर है जबकि गौतम अडानी की 75 अरब डॉलर। अडानी ने अपने नेटवर्क की दम पर खुद को बर्बाद होने से बचा लिया।
अडानी को असली नुकसान तब ही था जब मोदीजी 2024 हारते मगर ऐसा हुआ नहीं, इसलिए जश्न मनाओ। 13 दिन बाद दुनिया एलन मस्क की मुट्ठी मे होंगी, जो कि राइट विंग को सपोर्ट करते है।
जॉर्ज सोरोस 94 साल का है और क़ब्र मे पैर लटकाये बैठा है, अमेरिका दुनिया को पहले की तरह अस्थिर करता रहेगा बस अच्छी बात ये है अब दक्षिणपंथ के दौर की शुरुआत होंगी। चुंकि रिपब्लिकन और बीजेपी दोनों दक्षिणपंथी पार्टी है इसलिए फिलहाल भारत अमेरिका के रडार से दूर ही रहेगा।
यदि आज ही अमेरिका के अरबपति खरपत्तियों में से आधे भारत में आ जाए तो भारत आज ही विश्व का सबसे अमीर देश बन जाएगा, कोई भी देश अपने उद्योग धंधे और व्यापार के कारण ही अमीर बनता है न की मुफ्त के रेवड़ी बांटने से
✍️परख सक्सेना✍️