सदन में पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी की रिपोर्ट के बाद भारत सरकार ने संशोधन बिल पेश किया ताकि सभी चुनाव एक साथ हो।इस पूरी बहस में विपक्ष विभाजित नजर आया है हालांकि नर्वस 90s और सपा ने घोर आपत्ति दर्ज की है। बल्कि इनके सांसद धर्मेंद्र यादव, “हाउ कैन यू रोक” वाले वन नेशन, वन इलेक्शन को मुसलमान विरोधी बतला गए।
इतने तेजस्वी और बुद्धिमान लोग है कि इनके तेज के आगे कोई नहीं टिक सकता है। कभी कभी, लगता है इन लोगों को एक लाइन रटवा दी है कि फलाना बिल, इसके विरोधी है। हैरानी है, न पढ़ते है, न ध्यान से सुनते है। बस मुन्ना भाई एमबीबीएस के फेक मरीज की तरह धाती पकड़कर कह दिए, जी हम कुछ नहीं जानते और समझते, ये हमारे वोट बैंक का विरोधी है। ऐसा ही होता है, राजनीति ही तुष्टिकरण में सीखी है।