2013: यूपीए-2 के कार्यकाल में एनसीईआरटी की कक्षा 11 की पुस्तक में एक कार्टून था जिसमें नेहरू अंबेडकर को कोड़े मारते हुए दिखाए गए थे। कार्टून का यह मतलब था कि डॉ आंबेडकर एक स्नेल यानी घोघे के ऊपर बैठे हैं बहुत धीमी रफ्तार से संविधान का काम कर रहे हैं (स्नेल धीमी गति का प्रतीक है) फिर जब नेहरू उनके पीठ पर कोड़े मारते हैं तब जाकर किसी तरह से अंबेडकर ने जल्दी से जल्दी-जल्दी संविधान बनाया।
जब BJP खाद पानी लेकर काँग्रेस के उपर चढ गई तो कपिल सिब्बल ने इसे वापस लेने की घोषणा की और उस समय केंद्र की सत्ता सपा के समर्थन से चल रही थी और उस वक्त संसद में जो बहस हुई थी वह सदन के रिकॉर्ड पर मौजूद है।
ये है कांग्रेस की सच्चाई... आज खुदको बाबा साहेब की भक्त बता रही कांग्रेस को बाबा साहेब बिल्कुल पसन्द नहीं थे। आज जो लोग खुदको बाबासाहेब के समर्थक बताते हैं और वो कांग्रेस के साथ खड़े हैं तो ऐसे लोगों की वास्तविकता समझना इतना कठिन भी नहीं #दोगले