कंपनी: भारत की, प्रोजेक्ट: भारत मे रिश्वत देने का आरोप: भारतीय (अडानी) पर, रिश्वत लेने का आरोप: भारत की राज्य सरकारों पर ..केस चल रहा: अमेरीका मे.... 🤣असल बात ये है कि अमेरिकी मार्केट मे अडानी के बॉन्ड लांच को रोकने के लिए ये सब आरोप लगाए गए हैं. इसके बाद अडानी ने 600 मिलियन डॉलर के बॉन्ड जारी करने के निर्णय को वापस ले लिया है. ऐसा ही कुछ Hindanberg के समय भी हुआ था.
यदि आजतक न्यूज़ वाले बील गेट्स पर 2021 में न्यू जर्सी और टेक्सस जैसी वहां की राज्य सरकारों को घूस देने के सिर्फ़ आरोप को टेलिकास्ट कर दे तो क्या माइक्रो सोफ्ट कंपनी डूब जाएगी…..?