पुरुष जननांग काटकर कूड़ेदान में फेंक जाते है और अब प्रतिदिन जीवन भर स्त्रियों के हार्मोन्स के इंजेक्शन लगते रहेंगे।कुल मिलाकर हिजड़ा बना दिया है। मूर्खों और मानसिक रोगियों का हर ठग फायदा उठाता है, सर्जरी के नाम पर 15-20 लाख ठग लिए।
स्त्री से पुरुष बनने में भी यही खेल होता है.. जांघ के पास की चमड़ी से एक नकली पेनिस बना दिया जाता है । स्तन की सर्जरी करके सारे फैट टीशू निकाल दिए जाते है और बाद में चमड़ी को काटकर सिकोड़ दिया जाता है। उसके बाद खूब लंबे समय तक पुरूष हॉरमोन जैसे टेस्टोस्टेरोन दिए जाते है जिससे आवाज भारी होती है मूंछ दाढ़ी आती है
लेकिन दोनों स्थतियों में व्यक्ति एक हिजड़ा बनकर रह जाता है । क्योंकि पिट्यूटरी ग्लैंड को जो जेनेटिक कोड मिले होते है और जो पिट्यूटरी ग्लैंड से मस्तिष्क तक और नर्वस सिस्टम के सिग्नल सिस्टम होते है और जो आंतरिक सेक्स सिस्टम होता है वो बदलना सम्भव नही है। जिंदगी भर इंजेक्शन और दूसरी तमाम दवाएं का डोज और फिर कुछ दशक में मौत पक्की