फैज़ान उठा लें गया दलित महिला को...भाई की कनपटी पे तमंचा सटाकर बोला "तेरी बहन को मुसलमान बनाऊंगा"अरे कहाँ सो गए दलितों के मसीहा ? चंद्रशेखर रावण के मुँह पे ताला क्यों लग गया ? वास्तव में ये कथित दलित हित चिंतक केवल तब ही बोलते हैं जब मामला इनके एजेंड में सेट होता हो और हो है हिंदुओं को आपस में लडाने के लिए दलित - सवर्ण की राजनीति करना...
मामला एटा के जलेसर थाने का है जहाँ सुबह शौच करने गयी महिला को शौच करते से ही उठा ले गया फैज़ान, बताया जा रहा है कि महिला को शौच धुलने का भी समय न दिया फैज़ान ने और घर पर अम्मी अब्बू की मदद से बाँधकर डाल दिया...जब भाई को इसकी खबर लगी तो उसने विरोध किया तो इसपर तमंचा महिला के भाई की कनपटी पे सटाकर फैज़ान ने धमकी दी कि जो करना है कर ले अब तेरी बहन को मुसलमान बनाऊंगा ✍️
लेकिन दलित अपनी राजनीतिक मंसा से चुप हैं क्यूंकि मुस्लिम चाहे उनकी बहन भी उठा लें जाएँ लेकिन विरोध करने पर उनकी राजनीति ख़राब होती है। ये बहन बेटी की कीमत पे बेहद घटिया दलित राजनीति है 🖐️