अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्त बोर्ड को अपने घर का माल समझ कर चला रहा था। वह सरकारी पैसा जो हमारे और आपके टैक्स से जमा होता है वह सिर्फ अपने लोगो में नगद बांट रहा था यहां तक कि वह झारखंड जाकर बाइक चोर तबरेज जो बाइक चोरी करते रहेंगे हाथ पकड़ा गया था उसे 2 करोड रुपए वह वक्फ बोर्ड के खजाने से दिया
ऐसे ही वह पूरे भारत में अपने लोगो को दिल्ली वक्फ बोर्ड का पैसा दे रहा था और दिल्ली वक्फ बोर्ड को दिल्ली की केजरीवाल सरकार हर महीने 80 करोड रुपए दे रही थी। और अपने ऑफिस में वह अपने लोगों को नगद पैसा वक्फ बोर्ड में से देता था जो नियम और कानून के पूरी तरह खिलाफ है
जब गलत कर दिया और सरकार जांच के लिए इसके पास पहुंचने वाली है तब चिल्ला रहा है की ईडी मेरे घर आने वाली है भैया जब गलत काम करोगी तो ईडी आएगी। यह सारा पैसे चेक से क्यों नहीं दिया गया