वर्तमान में हम सब देख रहे हैं की लगातार देश भर में कैसे हिंदू बच्चियों से लेकर महिलाओं तक के बलात्कार के वाकिये बढ़ते ही जा रहे हैं और अधिकतर में आरोपी / अपराधी जेहादी मानसिकता का कट्टरपंथी ही पाया जाता है । ये सब देखकर 2016 का ये प्रफेसर सउद सालेह का ये कथन विचारणीय नहीं लगता?
मिस्र के मशहूर अल-अजहर यूनिवर्सिटी की महिला प्रफेसर ने इस्लाम के नाम पर शर्मनाक बयान जारी किया है। प्रफेसर सउद सालेह का कहना है, 'अल्लाह मुस्लिमों को अधिकार देता है कि वह गैर मुस्लिम महिलाओं का रेप कर सकें। गैर मुस्लिमों को सबक सिखाने के लिए खुदा ने यह अधिकार दिया है।' मिस्त्र के स्थानीय टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह बात कही।
प्रफेसर सालेह का कहना है कि मुस्लिम मर्दों को गुलाम महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने का अधिकार है। इसमें कुछ गलत नहीं है। उन्होंने कहा, 'इस्लाम में मुस्लिम मर्दों को सिर्फ युद्ध के क्षेत्र में गैर मुस्लिम महिलाओं के साथ संबंध बनाने की छूट दी गई है। युद्ध इस्लाम और उसके विरोधियों के बीच होना चाहिए जैसे इस्त्राइल के साथ।'
सालेह ने आगे कहा, 'इस्त्राइल की महिलाओं को गुलाम बनाने और उनके साथ रेप करने में कुछ भी गलत नहीं है। मुस्लिम मर्द अगर ऐसा करते हैं तो यह स्वीकार्य है और इसे बढ़ावा देना चाहिए। इसी तरह युद्ध में बंधक बनाई गईं महिला कैदियों को सबक सिखाने के लिए भी ऐसा किया जा सकता है। पराजित सेना की महिलाएं विजेताओं की गुलाम होती हैं। विजयी मुस्लिम योद्धाओं को अधिकार है कि बंधक महिलाओं के साथ उसी तरह शारीरिक संबंध बना सकें जैसे अपनी पत्नी के साथ बनाते हैं।'
प्रफेसर सालेह के इस बयान की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। दुनिया भर के प्रफेसर और शिक्षाविदों ने उनके बयान की आलोचना की है। फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के प्रफेसर डॉ. ऐंड्रयू होल्ट ने कहा, 'सुन्नी इस्लाम के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय की महिला प्रफेसर का ऐसा अंसवेदनशील बयान दुखद है।'
इंसान तो तू हो नही सकती...खुद को बेच दे रे कुतिया....नीच से भी नीच
ReplyDeleteEska matlab h Ki saleh ke sath abhi tak Ki umar me rep hi hota aaya h. Saleh pta nhi kitne mardo ke niche so chuki h. Shayad ye apne bete or bhai ke sath jyada soi h
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