आम तौर पर ये तस्वीर देखेंगे....तो इसके पीछे का मतलब समझ नहीं आएगा🤔। थोड़ा गौर से देखने व समझने के बाद में पता चलेगा कि "बिल्ली ने एक सांप की पूँछ को एक छोटे से छेद से बाहर निकले हुए देखा है और बिल्ली को लग रहा है कि यह चूहे की पूँछ है , चित्रकार की इस पेंटिंग का अर्थ है कि "जोखिमों को जाने बिना आप कभी नहीं जान सकते कि आप किसके❓ साथ खेल रहे हैं🤔🤔
अगर आप पूरी तस्वीर देखेंगे तो समझ जाएंगे कि जिसे हम बहुत छोटा समझ रहे हैं, वह असल में हमसे कहीं ज्यादा और हमारे लिए बहुत बड़ा खतरा है। यही स्थिति आज भारत के हिंदू समाज की है, वो कोबरा की पूँछ को , चूहे की पूँछ समझकर नजरंदाज करते आ रहे हैं, ., इसलिए ऐसे समय में हिंदुओं की जागरूकता एवं उनकी एकजुटता आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण है।
इसलिए हिन्दुओं , अपने आस-पास हो रही गतिविधियों व स्थितियों का ख्याल रखें और सतर्क रहें...आपसी एकजुटता व संगठित होने के बारे में और आपसी जागरूकता पैदा करने में हम एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। ☝️ये धर्मयुद्ध इस वर्तमान युग की नई सच्चाई है, और हम ना चाहते हुए भी इस धर्म युद्ध में झोंके जा चुके हैं