क्या आप सोच सकते हैं कि तिरुपति जैसे प्रतिष्ठित मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी हो सकती है? अगर इतने प्रतिष्ठित मंदिर के प्रसाद में भी चर्बी मिली होगी तो कैसे भरोसा कर पाएंगे लोग और कितने हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट इस कांड से हुआ होगा? यह मात्र कोई साधारण अपराध नहीं यह महा पाप है और इसके पीछे जिनका भी हाथ हो उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ना कि इस मामले में केवल कोरी राजनीति हो। सुनने में आता है कि जगन रेड्डी एक crypto christian है।
यह खबर अत्यंत ही पीड़ा दायक है इसे सुनने के बाद करोड़ों श्रद्धालु जिन्होंने जगन रेड्डी सरकार के समय तिरुपति बालाजी मंदिर में बना प्रसाद ग्रहण किया होगा उन सबको एक गहरा धक्का लगा होगा। सीएम नायडू ने दावा किया है कि पहले की जगन सरकार में तिरुपति मंदिर में प्रसाद बनाने के लिए जानवरों की चर्बी वाला घी इस्तेमाल होता था। 👇 अब यह एक Test रिपोर्ट की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है
हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों का हनन हुवा है लेकिन संविधान की रक्षा की बात करने वाला राहुल और उसके चमचे कुछ नहीं बोलेंगे, करोड़ों हिंदुओं के साथ भयानक चल हुवा है उनके धर्म को भ्रष्ट किया गया है लेकिन स्वतः संज्ञान वाले माननीय चिंतित नहीं लग रहे..
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विपक्षी पार्टी YSRCP पर निशाना साधते हुए ऐसा खुलासा किया है जिसे सुन सब हैरान हैं। सीएम नायडू ने दावा किया है कि पहले की जगन सरकार में तिरुपति मंदिर में प्रसाद बनाने के लिए जानवरों की चर्बी वाला घी इस्तेमाल होता था।
उन्होंने ये खुलासा एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करने के दौरान किया। उनके दावे को सुन सब हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) और भगवान वेंकटेश्वर को आंध्र प्रदेश के लोगों की सबसे बड़ी धरोहर है। एनडीए सरकार मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए कई कदम उठा रही हैं, लेकिन पिछली सरकार ने भोजन की गुणवत्ता खराब कर दी है। उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर के लड्डू के लिए घटिया सामग्री इस्तेमाल की।
उन्होंने बताया कि YSRCP सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान, एक निजी ठेकेदार को घी की आपूर्ति का ठेका दिया था। बाद में लड्डू की गुणवत्ता को लेकर कई शिकायतें मिलीं। पता चला कि लड्डू बनाने में जो घी इस्तेमाल हो रहा था उसमें जानवर की चर्बी थी। लड्डू की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अब एनडीए सरकार ने 29 अगस्त को कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के नंदिनी ब्रांड को घी देने का कॉन्ट्रैक्ट दिया है। जिसके बाद अब मंदिर में शुद्ध घी प्रयोग होता है।
बता दें कि तिरुपति मंदिर में भगवान के प्रसाद के लिए हर दिन लगभग 10 हजार किलो घी उपयोग होता है जिससे करीबन 3 लाख लड्डू बनते हैं। हर श्रद्धालु के लिए इस प्रसाद के बहुत मायने हैं। ऐसे में उसकी गुणवत्ता से हुए खिलवाड़ में खुलासे के बाद अब इस मुद्दे पर जोर-शोर से चर्चा हो रही हैं। पूर्व की जगन सरकार लगातार सवालों के घेरे में हैं। वहीं सीएम नायडू के बयान को YSRC द्वारा खारिज कर दिया गया है। उन्होंने इस आरोप को दुर्भावनापूर्ण बताया है।
मालूम हो कि जगन मोहन रेड्डी को सरकार पर एक तरफ जहाँ हिंदुओं की भावना आहत करने का आरोप लगा है तो वहीं दूसरी ओर उनपर ईसाई धर्म के प्रचार के आरोप लगते रहे हैं।