मंदसौर MP में हनुमान मंदिर के सामने से जब मुसलमानों द्वारा ईद का जुलूस निकाला जा रहा था तब जेहादियों ने मंदिर में पत्थर फेंके जिस कारण एक श्रद्धालु घायल भी हुवा उसका इलाज चल रहा है। इस जेहादी घटना के बाद हिंदू और हिंदू संगठन आक्रोशित हो गया और मंदसौर की सड़कों पर हनुमान चालीसा की तथा प्रशासन को त्वरित और कठोर कार्यवाही के लिए अल्टीमेटम दिया है।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे कतर पंक्तियों द्वारा बालाजी मंदिर के सामने जोर-जोर से भड़काऊ तरीके से नारे लगाए जा रहे हैं और इन्हीं में से कुछ जेहादियों ने बालाजी मंदिर में पत्थर भी फेंके।
जब हिंदुओं के जुलूस या शोभा यात्राएं निकलती है तो लोग उसे श्रद्धा भाव से देखते हैं लेकिन यह कट्टरपंथी मानसिकता जब भी कोई जुलूस आदमी निकालती है तो लोगों में एक भय का वातावरण तैयार होता है और जेहादी वारदातें भी होती हैं। लेकिन दुर्भाग्य की प्रशासन हिंदुओं को तो रोक देता है पर उनके जुलूस और कथित यात्राओं को कहीं से भी जाने की अनुमति दे दी जाती है जिसके दुष्परिणाम देखने मिलते हैं।
प्रशासन को ऐसी मानसिकता को जुलुश आदि की अनुमति देने से पहले रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए और साफ साफ इनसे लिखित में लेना चाइए की यदि कुछ भी अप्रिय होता है तो जुलुश के ऑर्गेनाइजर और मुख्य लोगों को जिम्मेदार मानते हुए कठोर कार्यवाही की जाएगी... ये देश और देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है।