यहां रहना है तो मुसलमान बन जाओ 😡गोल्ड मेडलिस्ट मिल्खा सिंह जी बता रहे हैं 1947 मे बंटवारे के समय की दर्दनाक कहानी जिसमें कट्टरपंथियों की हैवानियत से बचाने के लिए खुद बाप भाई, पति ने अपनी बहन, बेटी, बीवी को अपने हाथों से मारा ताकि जेहादी हैवान उन्हें जीते जी छू ना सकें।
ये वास्तविकता है उन कथित शांतिप्रिय कट्टरपंथियों की जो अवसर मिलते ही अपना आली रूप दिखाते हैं और बता देते हैं की उनके लिए सेक्युलरिज्म, भाईचारा ऐसा कुछ नहीं होता, ये सब केवल बोलने के लिए होते हैं वो भी तब तक जब तक उनके पास पावर नहीं होता। जैसे ही अवसर मिलेगा वैसे ही ये अपनी हैवानियत का नंगा नाच खेलेंगे... हिंदुओं जाग जाओ, भाईचारा मानवों से निभाया जाता है दानवों से नहीं
केवल विचार करके देखिए कि जब गजवा ए हिंद होगा तब हिंदुओं के साथ क्या-क्या होगा.... क्या होगा हिंदू माता बहन बेटियों के साथ..?