मस्जिद के मौलवियों की हकीकत, यूपी के अमरोहा की मस्जिद में मौलाना ने किया 13 साल के छात्र से 2 महीने तक कुकर्म वहीं कर्नाटक के चित्रदुर्ग में मौलवी ने भूत-प्रेत के नाम पर नाबालिग लड़की से की दरिंदगी। ये ना तो कोई पहले कारनामे हैं ना ही आखरी लेकिन वेब सीरीज बनाए वाले, फिल्म बनाने वाले, मीडिया वाले किसी को भी ये हरकतें नजर नहीं आती। कोई वहसी मौलवियों पर कोई फिल्म, वेब सीरीज नहीं बनाते... वैसे बना भी लेंगे तो रिलीज नहीं होने देंगे ब्रेन डेड जॉम्बीज जैसे हमारे बारह को अटका दिया
ये वो मानसिकता है जो हर प्रकार से हवस और वहशियत से भरी पड़ी है। ये मानसिकता समाज के लिए घातक है ये बात हर कोई समझता है लेकिन दुर्भाग्य की कोई कुछ कर नही सकता, यहां तक की कोई इनके विरुद्ध खुलकर बोले भी तो बर्बाद हो जाता है इसके अनेकों उदाहरण है। इसलिए इनका समाधान केवल 1 ही है सिर्फ एक इस मानसिकता का सामाजिक बहिष्कार, पूर्ण बहिष्कार।