भाईचारा, शांतिप्रिय, संविधान को मानने वाले, अमन पसंद, ना जाने कैसे कैसे तमगे दिए गए हैं जो असंख्य बार गलत सिद्ध हो चुके हैं। बकरे ईद पर साधारणतया बकरे की कुर्बानी दी जाती है (हमारे अनुशार ये भी जीव हत्या का पाप है) लेकिन भारत में जहां गौहत्या कानूनन अपराध है और भारत का बहुसंख्यक वर्ग गाय को अपनी मानता मानता है, यहां ये मानसिकता सोच समझकर ईद पर गौहत्या करती करती है और कुछ मंद बुद्धि लोग ऐसे जीवहत्या करके त्योंहार मनाने वालों में भाई खोजते हैं।
जो लोग मजहब को राष्ट्र से ऊपर रखते हों वो कैसे राष्ट्र के संविधान और कानून का सम्मान करेंगे, उसका पालन करेंगे, और जो लोग गौमांस खाना पसंद करते हों वो क्या गौमाता को पूजने वालों से भाईचारा निभाएंगे..? समय आने पर चारा जरूर बनाया जा सकता है हिंदुओं को। झारखंड में खुलेआम सार्वजनिक स्थल पर मुसलमानों द्वारा कुर्बानी के नाम पर गौहत्या की गई।
झारखंड की राजधानी राँची में बकरीद पर एक गोवंश की कुर्बानी के लिए हत्या कर दी गई। गोवंश को सार्वजनिक स्थान पर काटा गया, इसका एक वीडियो भी वायरल हो गया है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच चालू कर दी है और दो लोगों की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार, राँची शहर के रमजान कॉलोनी थाना क्षेत्र में सोमवार (17 जून, 2024) को यह घटना हुई। यहाँ कुछ लोगों ने एक गोवंश की खुले मैदान में हत्या कर दी। यह हत्या बकरीद में क़ुरबानी के लिए की गई। पास में मौजूद एक व्यक्ति ने इस घटना का वीडियो बना लिया।
यह वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में कुछ लोग एक जानवर को जमीन पर डालते दिखते हैं। आसपास में भी कई लोग खड़े हैं जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी हैं। वीडियो में कुछ लोग टोपी लगाए हुए भी दिखते हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद राँची में इस पर बवाल हो गया और कार्रवाई की माँग की गई। गोवंश काटने के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और इसे काटने वाले दो लोगों की पहचान भी कर ली गई है। पुलिस इन दोनों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
राँची शहर के डिप्टी एसपी केवी रमन ने इस मामले में ऑपइंडिया को बताया कि सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुँची थी। यहाँ से उसे मांस बरामद हुआ है जिसे जाँच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। उन्होंने बताया है कि प्रारम्भिक जाँच में मामला गौवंश की हत्या का बनता है।
केवी रमन ने ऑपइंडिया को बताया कि इस मामले में गौवंश की हत्या में शामिल मोहम्मद अमानुल्लाह और हकीम खान की पहचान कर ली गई है। यह दोनों राँची के रहने वाले हैं। यह घटना के बाद मौके से फरार हो गए थे। इनकी तलाश में कई टीमें लगाई गई हैं और लगातार छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया है कि मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जाँच हो रही है, यदि किसी और का नाम आता है तो उसे भी जोड़ा जाएगा। गौरलतब है कि झारखंड में 2005 से ही गौवध निषेध क़ानून लागू है। इसके अंतर्गत गौवंश की हत्या गैर जमानती अपराध है और इसके लिए 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है।
इस मामले को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झामुमो-कॉन्ग्रेस सरकार को घेरा है। बाबूलाल मरांडी ने इस घटना का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “पाकुड़ के बाद आज राजधानी रांची के बीचोबीच स्थित पीस रोड वाले इलाके में खुलेआम गौहत्या कर दी गई। झामुमो-कॉन्ग्रेस द्वारा किया जा रहा मुस्लिम तुष्टिकरण बेहद खतरनाक संकेत है। घुसपैठियों को राजनीतिक प्रश्रय देकर बंगाल जैसी भयावह स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश हो रही है।”
पाकुड़ में भी गौवंश काटने का आरोप
इससे पहले बकरीद के ही पाकुड़ के गोपीनाथपुर थाना क्षेत्र में गौवंश काटने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया था। ग्रामीणों के इस क़ुरबानी का विरोध करने पर उन पर हमला कर दिया गया था। उनके घरों पर पत्थरबाजी और बम चलाए गए थे। कई लोगों को मारा पीटा भी गया था।
10000 से ज्यादा गायों को रांची के करबला चौंक में काटा गया। और यहां पुलिस भी हर समय मौजूद रहती है। पुलिस के सामने से गायों को ले जाया जा रहा था पर उनसे कोई फर्क नहीं पड़ता।
ReplyDeleteपूरे रांची में लाखों गायों को काटा गया मैन शहर में
रमजान कॉलोनी कांटाटोली के पास स्थित है मेन शहर एरिया
ReplyDelete