IMA और पतंजलि का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है जिसमें बाबाजी को बार बार माफी मांगनी पड़ रही है फिर भी उन्हें माफी मिल नहीं रही और ये बात मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक बड़े जोर शोर से फैलती है लेकिन वहीं SC ने IMA को भी आइना दिखाया और कहा की तुम अपना घर भी देखो एलोपैथी डॉक्टर के अनैतिक आचरण को भी संभालो..लेकिन इस बात को सबने मानो इग्नोर ही कर दिया
कोर्ट को चाहिए की अब वो केवल पतंजलि के प्रचार ही नहीं अन्य प्रचारों पर भी विचार करें जो जनता को मूर्ख बनाने के हिसाब से बनाए जाते हैं... IMA द्वारा भी अनेकों उत्पाद अप्रूव कर दिए जाते हैं या IMA अप्रूव्ड ऐसे प्रचार में दिखाए जाते हैं जो वास्तव में घटिया क्वालिटी के होते हूं या कुछ तो बैन भी हो चुके हैं। IMA द्वारा पंखे, पेंट, फ्रूट जूस, ओट्स और ना जाने क्या क्या अप्रूव कर दिए जाते हैं ..क्योंकि अप्रूव करने के पैसे जो मिलते हैं... सही मायने में तो IMA की अब गहनता से जांच होनी चाहिए और असलियत दुनिया के सामने आनी चाहिए।