अब प्रश्न ये उठता है की जो लोग संविधान से ऊपर अपने मजहब को मानते हैं वो भारत के सेकुलर संविधान का पालन करेंगे? यादि कोई हिंदू कह दे को उसके लिए संविधान से बढ़कर हिंदू धर्म है तो चारों तरफ बवाल हो जाएगा, सारे हिंदू विरोधी ऐसे आक्रामक होंगे मानो कोई बहुत बड़ा आतंकी कृत्य कर दिया हो। हिंदुओं के लिए जरूरी है ऐसी मानसिकता को समझे और इनसे अपने देश तथा संविधान को रक्षा कैसे हो इसपर विचार करे। वर्तमान में तो एक ही रास्ता दिखाई देता है और वो है जमकर वोट करना ताकि देश के संविधान का सम्मान करने वालों के हाथ में सत्ता पहुंचे और देश सुरक्षित हो सके
यही सच्चाई है, इनके लिए सबसे पहले कुरान फिर संविधान.. बाकी दूसरे नंबर पर भी संविधान को कितना मानते हैं वो सब जानते हैं
April 23, 2024
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हिंदुओं को संविधान संविधान रटाया जाता है , उसी संविधान में कांग्रेस द्वारा इमरजेंसी लगाकर सेकुलर जोड़ दिया जाता है, फिर हिंदुओं को सेकुलर बनाया जाता है लेकिन दूसरी तरफ एक विचारधारा जो संविधान को मानने की बातें तो करती है लेकिन वास्तविकता उससे अलग ही होती है। अब ये खुलकर भी बोल रहे हैं की हमारे लिए कुरान पहले है, इस्लाम पहले है और संविधान बादमें।