विवाद को शुरुवात IMA की PIL से होती है जिसके कारण मजबूरन बिना किसी गलती के भगवाधारी योगगुरु बाबा रामदेव को कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी है और दुर्भाग्यपूर्ण है की कोर्ट में उनकी माफी को अस्वीकार करते हुए उन्हें जलील करने का प्रयास किया जाता है
क्या स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण जी ने कोई अपराध किया है? क्या 1954 के घटिया कानून का उल्लंघन पहली बार हुवा है? क्या बाबा रामदेव के अलावा और कोई भी इस घटिया कानून का उल्लंघ नहीं कर रहे? ईसाई मिशनरियों, बाबा बंगालियों आदि को कब सम्मन भेज रहे हैं मिलोर्ड???
विवाद को शुरुवात IMA की PIL से होती है जिसके कारण मजबूरन बिना किसी गलती के भगवाधारी योगगुरु बाबा रामदेव को कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी है और दुर्भाग्यपूर्ण है की कोर्ट में उनकी माफी को अस्वीकार करते हुए उन्हें जलील करने का प्रयास किया जाता है
IMA जो चाहती है की भारत में फार्मा कंपनियों का बोलबाला चलता रहे, भारत में अंग्रेजी दवाइयां खूब बिकती रहें भारत में योग, नेचुरोपैथी बढ़ने ना पाए, भारत की जो अपनी शिक्षा व्यवस्था है (आयुर्वेद) उसका प्रचार प्रसार होने न पाए। अश्विनीन जी ने IMA को सिंथेटिक ड्रग एसोसिएशन के नाम से भी संबोधित किया क्यों... 👇वीडियो में सुनिए और खुद समझिए