बदायूं हत्या कांड में जिस परिवार के दो मासूमो की साजिद और जावेद ने हत्या कर दी वह परिवार बेहद सेक्युलर परिवार था
साजिद और जावेद बच्चों के घर आये
इस परिवार ने जावेद को 5000 रुपये भी दिए मदद के तौर पर क्योंकि जावेद के अनुशार उसकी पत्नी गर्भवती थी और अस्पताल में भर्ती थी (जो को झूठ है)
साजिद बच्चों को ऊपर ले गया और उनको कत्ल कर दिया
धोखा इन लोगों की नस नस में है
जिस परिवार ने इनकी मदद की उसी का सब कुछ उजाड़ दिया
ऐसी जंगली और जाहिल जिहादी मानसिकता के वहशी हम लोगो के बीच मे रहते है
सेक्युलर हिन्दू आये दिन होती घटनाओं को देखने के बावजूद इन जिहादी मानसिकता के लोगो से न केवल रिश्ता रखते है बल्कि अपने घरों में आने जाने देते है
हिन्दू इतना समझ ले कि वो उनके लिए महज काफिर है और कब किस जाहिल के गोंद में मौजूद जिहाद का कीड़ा कुलबुलाने लगे इसकी गारंटी कोई नही ले सकता
ये सबक है उन सभी हिन्दुओ के लिए जो अबड्यूल कि बिरयानी में सेक्युलरिज्म ढूंढते है
ॐ शांतिः🙏🏻