मुख्तार अंसारी एक दुर्दांत अपराधी था, जिसने ना जाने कितने लोगों को बर्बाद किया और 28 मार्च 2024 के दिन वो हार्ट अटैक से मर गया। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस बात से बड़े दिखी हैं । इनमें एक विशेष मानसिकता के लोग तो हैं ही साथ ही कुछ नेता और कथित पत्रकार भी सम्मिलित है। अखिलेश बाबू को भी इस बात से गहरा धक्का पहुंचा इसलिए वो भी सरकार को कुछ नियम कानून सीखा रहे हैं।
जिन लोगों को मुख्तार अंसारी की मौत से दुख हुवा उसमें अधिकतर वही हैं जिन्हें अपराधी अतीक, उसके भाई, मोहम्मद शहाबुद्दीन की मृत्यु पर दुख हुवा था, जिन्हें रावत जी की मृत्यु पर खुशी हुई थी, जिन्हें आजम खान की बरबादी पर दुख हुवा, जो फिलिस्तीन के सपोर्ट में भारत में दंगा कर रहे थे जो विशेष अपराधियों के घरों पर बुलडोजर कार्यवाही पर विधवा विलाप करते हैं। जिन्हें हिंदू त्योंहारों से तकलीफ होती है हिंदुओं पर अत्याचार खुशी। जो बच्चों को हलाल कर खून पीने वाले के साथ खड़े होते हैं।
कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो अपने संस्कार उजागर कर रहे हैं