यदि आम आदमी गलती से कोई गलत वीडियो आदि फैला दे तो उसपर NSA की कार्यवाही तक हो सकती है लेकिन जब कोई नेता जान बूचकर केवल राजनीति करने के लिए अपने एजेंडे के तहत पूरा झूठ बोले तो भी उसे कुछ नहीं होता! क्या वाकई देश का कानून सबके लिए समान है या नेताओं के इशारों पर चलता है
केजरीवाल खुलेआम झूठ बोलकर देश को बरगला रहा है, इसकी कही बातों से देश में बेमतलब के प्रदर्शन, दंगे आदि हो सकते हैं लेकिन इसपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही क्यों नहीं होनी चाहिए? CAA कानून कहता कुछ है और ये मक्कार लोग इसे अपने एजेंडे के अनुरूप कुछ और ही प्रदर्शित कर रहे हैं। क्या माननीय को केजरीवाल की ये मक्कारी नजर नहीं आती? देश वासियों को ऐसे झूठे और मक्कार लोगों से सावधान रहना चाहिए। इसका असली दर्द है की नागरिकता हिंदू शरणार्थियों को दी जानी है इसके चहेते, रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को नहीं