VIDEO AND PANCHANG : गीता वीडियो एवम पंचाग
"गीता अध्याय 10 श्लोक 12,13
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🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - तृतीया शाम 05:44 तक तत्पश्चात चतुर्थी
दिनांक - 12 फरवरी 2024
⛅दिन - सोमवार
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - शिशिर
⛅मास - माघ
⛅पक्ष - शुक्ल
⛅नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद दोपहर 02:56 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
*⛅योग - शिव सुबह 06:30 तक तत्पश्चात सिद्ध*
*⛅राहु काल - सुबह 08:39 से 10:0 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:14*
*⛅सूर्यास्त - 06:34*
*⛅दिशा शूल - पूर्व*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:34 से 06:25 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:28 से 01:19 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - तिलकुन्द चतुर्थी, पंचक*
*⛅विशेष - तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹मंगलवारी चतुर्थी - 13 फरवरी 24🌹*
*पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर 02:41 तक*
*🌹जैसे सूर्य ग्रहण को दस लाख गुना फल होता है, वैसे ही मंगलवारी चतुर्थी को होता है । बहुत मुश्किल से ऐसा योग आता है । मत्स्य पुराण, नारद पुराण आदि शास्त्र में इसकी भारी महिमा है ।*
*🌹इस दिन अगर कोई जप, दान, ध्यान, संयम करता है तो वह दस लाख गुना प्रभावशाली होता है, ऐसा वेदव्यास जी ने कहा है ।*
*🔹विष्णुपदी संक्रांति : 13 फरवरी 24*🔹
*🌹 पुण्यकाल : सुबह 09-51 से दोपहर 03:54 तक*
*🌹 विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है । (पद्म पुराण)*
🔹 *कर्जे से छुटकारा के लिए*🔹
*🔹मंगलवार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना । जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है । बिना नमक का भोजन करें, मंगल देव का मानसिक आह्वान करें । चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य दें । कितना भी कर्जदार हो... काम धंधे से बेरोजगार हो... रोजी रोटी तो मिलेगी और कर्जे से छुटकारा मिलेगा ।*
*🔸गुप्तनवरात्रि विशेष🔸*
*🌹 नवरात्रि की तृतीया तिथि यानी तीसरा दिन माता चंद्रघंटा की पूजा कि जाती है । यह शक्ति माता का शिवदूती स्वरूप हैं । इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है । असुरों के साथ युद्ध में देवी चंद्रघंटा ने घंटे की टंकार से असुरों का नाश किया था । नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन किया जाता है । इनके पूजन से साधक को मणिपुर चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वत: प्राप्त हो जाती हैं तथा सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है ।*
*🌹 तृतीया तिथि यानी की तीसरे दिन को माता दुर्गा को दूध का भोग लगाएं । इससे दुखों से मुक्ति मिलती है ।*
*🔸ससुराल में तकलीफ हो तो🔸*
*🔸किसी सुहागन बहन को ससुराल में कोई तकलीफ हो तो सालभर की शुक्ल पक्ष की तृतीया को एक बार बिना नमक का भोजन करके उपवास रखें । सालभर की तृतीया का उपवास नही कर सकते है तो माघ मास, वैशाख मास और भाद्रपद मास की शुक्ल तृतीया को उपवास जरूर करें ।*
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