बहुत लोग कह रहे बीजेपी पापियों को साथ ले रही ये सब तो सभी को समझना चाइए बीजेपी 60 फीसद वोट की राजनीति करने के मूड में है। अब भाजपा करीब 70 फीसदी हिंदुओ के वोट को लेकर चल रही है
कांग्रेस करती थी 45 फीसद वोट के साथ सरकार बनाने की राजनीति। अगर 400 सीटे लानी है तो ज़मीनी विपक्षी नेताओं को तोड़ना होगा। मोदीजी कहे है न की इनकी हालत बालकनी से संसद देखने की हो जायेगी, उन्होंने पहले ही पढ़ लिया है 400 सीटे आयेगी।
और जब 2029 आएगा तब तक देश में लोकसभा सीटे 200 और बढ़ा दी जाएगी और केंद्र शासित प्रदेश भी बढ़ा दिए जायेंगे। दूसरी बात जब भी कोई जमीनी नेता जुड़ते है तो जनता भी मूड बदलती है। कमलनाथ के पास एमपी में 3 जिलों का गढ़ है जैसे सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद ग्वालियर चंबल को कांग्रेस पूरी तरह खो दी थी।
वैसे ही छिंदवाड़ा भी कांग्रेस खो चुकी है। बीजेपी सिर्फ विकास करना जानती है। उसके लिए ऐसे समझोते करना छोटी छोटी सी बात है और साथ में जब किसी राज्य का कोई सीएम फेस का नेता टूटता है तो उसके खुद के कुछ प्रशंसक भी साथ आते और यहां तो बीजेपी को 15 विधायक मिलेंगे और बीजेपी आराम से एक और राज्यसभा उम्मीदवार उतारेगी क्या फर्क पड़ेगा की वो उम्मीदवार कमलनाथ का बेटा ही क्यों न हो। देश के विकास और बिल पास करने में वोट मायने रखता हे ये नही की चेहरा कोन है ओर बीजेपी भी यही कर रही है अभी तो समाजवादी पार्टी भी टूटने वाली है।
राजनीति में सबकुछ जायज होता है और बीजेपी में अमित शाह वो नेता है जो बड़े से बड़े नेता को ऐसे नियंत्रित करते है की वो भी बिना पद के विकास कार्यों में लग जाता है। उदाहरण के लिए वसुंधरा राजे को ले लीजिए या एमपी में शिवराज सिंह चौहान या महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस कहने का माध्यम यही है की बीजेपी का दूसरा नाम अनुशासन हो चुका है।
और 24 के चुनावों में कांग्रेस का ऐसा सफाया होगा की भारत को हिंदू राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक पाएगा क्युकी अब वो जमाना गया की हिंदू कांग्रेस को वोट दे आयेगे। अब वोट हिंदू उसी को देंगे जो सनातन की बात करेगा और रामराज्य के साथ चलेगा ।
Hanuman Beniwal jindabaad 💪
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