बनारस से भक्ति का अनूठा कारनामा सामने आया जहां एक साड़ी तैयार की गई राम मंदिर के लिए और ये ध्यान रखा गया की ऐसे और कोई साड़ी ना बनाई जाय। इस साड़ी पर रामजी के पैदा होने से राज्यभिसेक तक का पूरा चित्रण किया गया है। 1800 ब्लॉक्स का प्रयोग किया गया और फिर सभी को गंगा में प्रवाहित कर दिया गाय ताकि दूसरी साड़ी उनके प्रयोग से न बनाई जा सके।
अब ये साड़ी जब प्रभु इच्छा होगी तक अयोध्या ले जाकर समर्पित की जाएगी। अगर दुकानदार चाहते तो ऐसी और साड़ियां बनाकर खूब पैसे कमा सकते थे लेकिन इन्होंने तो सभी ब्लॉक्स , कलर आदि इस साड़ी को तैयार करने के पश्चात गंगा मैया को समर्पित कर दिए। भक्तों की भक्ति के अनेकों प्रकार हैं।
रामचरितमानस की कथा पर आधारित एक अनोखी साड़ी बनारस में हुई निर्मित, लेकिन ऐसी साड़ी फिर नहीं बनेगी...
इस साड़ी में प्रभु श्री राम के जीवन की पूरी कथा चित्रों द्वारा अंकित है. इस साड़ी को बनाने के लिए 1800 ब्लॉक का इस्तेमाल किया गया था जिन्हें इस साड़ी के बनने के बाद, साड़ी में इस्तेमाल हुए रंगों समेत गंगा में प्रवाहित कर दिया गया. साड़ी निर्माताओं का कहना है कि यह अपने आप में एकलौती यह साड़ी केवल प्रभु श्री राम के लिए समर्पित है और इसलिए इस साड़ी जैसी दूसरी अन्य प्रति नहीं होनी चाहिए जिसके कारण उन्होंने साड़ी को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले चित्र, ब्लॉक और रंग आदि सब गंगा में प्रवाहित कर दिए हैं।